कासनी के होने वालें लाभ और इसके नुकसान- Desi Nuskhe

कासनी का उपयोग पुरे भारतवर्ष में किया जाता है और ये किडनी और लिवर के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाले औषधि है। कासनी औषधीय गुणों का भरमार होती है। कासनी भूमध्य क्षेत्र में पाया जाने वाला पौधा है। इसे अंग्रेजी भाषा में चिकोरी के नाम से भी जाना जाता है । इसके फूल नीले रंग के होते है। और कासनी के पौधे की शाखाएं कठोर होती हैं। कासनी में बहुत सारे खनिज और विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इस जड़ी बूटी की भारत ही नहीं विदेशो में भी बहुत डिमांड है और चिक्तिसक रोगो से निजात दिलाने में इस जड़ी बूटी के इस्तेमाल का परामर्श देते हैं। ये जड़ी बूटी दो प्रकार की पायी जाती है एक जंगली और दूसरा प्रकार इसका है उगाई जाने वाली।

कासनी के होने वालें लाभ और इसके नुकसान- Desi Nuskhe

कासनी के होने वालें लाभ और इसके नुक्सान

कासनी का उपयोग पुरे भारतवर्ष में किया जाता है और ये किडनी और लिवर  के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाले औषधि है। कासनी औषधीय  गुणों का भरमार होती है। कासनी भूमध्य क्षेत्र में पाया जाने वाला पौधा है। इसे अंग्रेजी भाषा में चिकोरी के नाम से भी जाना जाता है । इसके फूल नीले रंग के होते है।  और कासनी के पौधे की  शाखाएं कठोर होती हैं। कासनी में बहुत सारे खनिज और विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इस जड़ी बूटी की  भारत ही नहीं विदेशो में भी बहुत डिमांड है और चिक्तिसक रोगो से निजात दिलाने में इस जड़ी बूटी के इस्तेमाल का परामर्श देते हैं। ये जड़ी बूटी दो प्रकार की पायी जाती है एक जंगली और दूसरा प्रकार इसका है उगाई जाने वाली। आइये कासनी के होने वाले लाभ और इसके नुक्सान के बारे में संक्षेप में जानते हैं।

तनाव में आराम :

कासनी का उपयोग चिंता तनाव में लाभप्रद पाया गया है। कासनी में एंटीऑक्सीडेंट मिलते है जो मानसिक बिमारियों से आराम दिलाने में सहायता करता है जैसे की डिप्रेशन, चिंता इत्यादि।

दिल को करे मजबूत :

बुरे कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में कासनी का उपयोग इसमें पाए जाने वाले इनुलिन बहुत लाभदायक है। हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते है।  एलडीएल और एचडीएल   कोलेस्ट्रॉल । एलडीएल कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए अच्छा नहीं  होता है क्योकि इसकी बढ़ोतरी से  हार्ट अटैक जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा बाद जाता है। कासनी के 3 से 5 बीज भूनकर चूर्ण बना कर हररोज दूध के साथ लेने में इसका बहुत  लाभ होता है।

जोड़ो के इलाज में फायदेमंद :

कासनी का पौधा जोड़ों के इलाज में बहुत लाभप्रद होता है। एक अध्ध्यन में पता चला है की कासनी में सूजन को दूर करने  की शक्ति होती है।इसका उपयोग पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए सहायक है। हड्डियों के आम दर्द के साथ ये मासपेसियों के दर्द के इलाज में भी लाभप्रद है।

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उपयोगी :

कासनी में कई ऐसे लाभकारी गुण होते है जो प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। इम्यून सिस्टम को ठीक करने के लिए इसमें पॉलीफिनोलिक यौगिक तत्व होते हैं। जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं। इससे शरीर के रोगो से लड़ने की शक्ति पैदा होती है।

रक्तवर्धक होता है :

कासनी का पौधा रक्त बढ़ाने में सहयक होता है। ये शरीर से खून को साफ़ करने में लाभप्रद होता है। ये शरीर से विषैले पदार्थो को निष्काषित कर के खून को साफ़ रखता है।

कासनी से होने वालें नुक्सान :

  1. गर्भवती औरतो को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  2. जिन्हे एलर्जी वगैरह हो उन्हें इसका उपयोग नहीं करना चाहिए या फिर डॉक्टर की परामर्श लें।
  3. कासनी का ज्यादा उपयोग  डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में रुकावट  पैदा कर सकता है।
  4. कासनी का जड़ का इस्तेमाल जायदा तक करने से शामक कारवाई होती है. इसलिए   मशीनों पर काम करने वाले और वाहनचालको को  इसके उपयोग  में सतर्कता  रखनी चाहिए।